बेरोकटोक चल रहा सट्टा और अवैध शराब का कारोबार, खानापूर्ति तक कार्रवाई नही
बलौदाबाजार,
फागुलाल रात्रे, लवन।
चौकी में कोई भी नए प्रभारी की पोस्टिंग होने के बाद थानेदार के द्वारा दावा किया जाता है कि क्षेत्र में अवैध कारोबार कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा अवैध कार्य में लिप्त लोगों पर तत्काल कार्रवाई किया जावेगा। शुरू के दिनों में दो-चार कार्रवाई कर ऐसे साबित करने की कोशिश करते हैं कि जैसे पूरा चौकी क्षेत्र भ्रष्टाचार मुक्त हो गया हो। मगर सच्चाई ऐसा नहीं होता है, शुरूआत के कुछ दिनों में दिखावे की कार्रवाई कर खानापूर्ति तक कार्रवाई नहीं करते।
शार्टकट के जमाने में अगर पैसा कमाने के लिए भी ऐसा ही रास्ता मिल जाए तो किसे रास नही आता। वैसे भी कम समय में ज्यादा पैसा कमाने की कामना हर वर्ग के लोगों की रहती है। शायद यही कारण है कि लवन नगर सहित अंचल क्षेत्र में अवैध शराब, सट्टा का बोलबाला है। पुलिस कार्रवाई न होने से ऐसे लोगों के हौसले बुलंद है। सट्टे के जाल में सबसे अधिक युवा वर्ग फसते जा रहे है। इससे और किसी को फायदा हो या नही, लेकिन इस अवैध कारोबार से जुड़े लोगों के जरूर वारे-न्यारे हो रहे है।
लवन नगर में एक होटल के कर्मचारी सहित तीन-चार जगहों पर अवैध रूप से सट्टा-पट्टी लिखा जाता है। इसी तरह चौकी क्षेत्र के विभिन्न गांव खैरा पैजनी कोलिहा बनगबौद कोहरौद कोनारी धाराशिव सहित विभिन्न गांव में अवैध रूप से सट्टा-पट्टी लिखने का काम जोर-शोर से चल रहा है। हर समय युवा अपनी मेहनत की कमाई 1 रूपए को 90 गुना करने में गंवा रहा है। ऐसा नही है कि इन सटोरियों पर कार्रवाई करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों को इसकी जानकारी नही है, बल्कि सांठगांठ के चक्कर में सभी मौन है।
जानकारी के मुताबिक सट्टे का यह गोरखधंधा पिछले कुछ सालों से नगर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपने पैर पसार चूका है। खाईवाल अपने कुछ कर्मचारियों व एजेंटो के माध्यम से यह लाखों का खेल करवाते है। इसमें विभिन्न जगहों पर खुले काउंटर लगते है, वही, अधिकांश सटोरिए मोबाईल से ही पर्ची काटते है। इस दो नम्बर के खेल में एक नम्बर से ज्यादा ईमानदारी बताई जाती है। यही नहीं जब भी कार्रवाई की बात सामने आती है तो पुलिस फोन लगाकर सटोरिए के किसी छोटे कर्मचारी को चौकी बुलाकर उस पर कार्रवाई कर खानापूर्ति कर लेती है।
पुलिस सटोरियों पर लगाम लगाने में नाकाम
सट्टा व अवैध शराब के गोरखधंधे में पुलिस इन सटोरियों पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रही है। जिससे क्षेत्र में सट्टा खेलने का गोरखधंधा दिनों दिन फूल-फल रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस सट्टे व शराब के कारोबार को रोकने के बजाय संरक्षण दे रही है।
लवन सहित अंचल क्षेत्र में देशी-अंग्रेजी व कच्ची महुआ की शराब जोरो पर
लवन नगर सहित क्षेत्र के 75 प्रतिशत से भी अधिक गांवो में देशी-अंग्रेजी शराब सहित कच्ची महुआ की शराब की खूब बिक्री हो रही है। देशी-अंग्रेजी शराब को सरकारी शराब दुकान से खरीदकर व कच्ची महुआ की शराब को घर में बनाकर शराबियो को बेची जा रही है। इससे नगर, गांव का माहौल खराब हो रहा है साथ ही परिवार बर्बाद हो रहा है। चौकी प्रभारी के द्वारा इन अवैध कारोबारियों पर खानापूर्ति तक कि कार्रवाई नहीं हो रही है।
यहां यह बताना लाजिमी हो कि लवन पुलिस क्षेत्र के अंतर्गत जुडा कोहरौद बनगबौद सिरसाही ये ऐसे गांव हैं जो कच्ची महुआ शराब बनाने के लिए मशहूर है। इन गांवों में प्रतिदिन हजारों लीटर शराब की अवैध बिक्री होती है फिर भी ऐसे गांवों में कार्यवाही सिर्फ खानापूर्ति की जाती है जिसके चलते इन गांवो में बेधड़क कच्ची महुआ शराब पीने के शौकीन सुबह से लेकर देर रात तक जमे हुए रहते हैं।
क्या कहते है चौकी प्रभारी
अवैध शराब और सट्टा पट्टी पर लगातार कार्रवाई की जा रही है, आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।
हितेश जंघेल चौकी प्रभारी
पुलिस चौकी लवन